Spread the love

०० देश के 35 महानगरों में जैविक उत्पादों का किया जा रहा है विक्रय

रायपुर| प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने जगदलपुर प्रवास पर गुण्डाधुर कृषि महाविद्यालय कुम्हरावण्ड में दन्तेवाड़ा जिले के जैविक उत्पाद स्टॉल का अवलोकन कर स्थानीय देशी किस्मों के जैविक चावलदाल सहित अन्य जैविक उत्पादों के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी ली। उन्होंने इन जैविक उत्पादों के लिये किसानों के लगन और मेहनत की सराहना की। उन्होंने छत्तीसगढ़ के इस दूरस्थ अंचल के किसानों के जैविक उत्पादों को देश-दुनिया में मशहूर करने के लिये सकारात्मक प्रयास किये जाने पर बल दिया। मुख्यमंत्री ने इस दौरान दन्तेवाड़ा के जैविक खेती करने वाले किसानों के संगठन भूमगादी तथा ब्रांडनेम आदिम के बारे में भी किसानों से पूछा। भूमगादी के संचालक सदस्य कृषक बचेली निवासी श्री भीमाराम तामो और गुमड़ा के कमलोचन सेठिया ने मुख्यमंत्री को अपने स्टॉल में प्रदर्शित लोकटी माछी,  दुबराजजवाफूलबादशाहभोगकालाजीरा इत्यादि देशी चावल सहित कोदो-कुटकी चावल और देशी अरहरउड़दकुल्थीमूँग दाल के अलावा अमचूरधनिया-हल्दी तथा चिवड़ा प्रसंस्करण के बारे में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने हाल ही में शुरू किये गये ईमली प्रसंस्करण के सम्बंध में भी अवगत कराया।

इस मौके पर इन किसानों ने मुख्यमंत्री को स्थानीय जवाफूल एवं कालाजीरा चावल सहित रेडराइस और ब्राऊन राइस भेंट किया। इस दौरान कलेक्टर श्री टोपेश्वर वर्मा ने बताया कि दन्तेवाड़ा जिले में जैविक खेती-किसानी को बढ़ावा देने के लिये व्यापक स्तर पर प्रयास किया जा रहा है। इस पहल से वर्तमान में करीब 3हजार किसान जैविक खेती से जुड़े हैं। इन किसानों द्वारा मुख्य रूप से स्थानीय देशी किस्मों के धान सहित सुगन्धित धानलघु धान्य फसल कोदो-कुटकी तथा अरहरउड़दकुल्थीमूँग आदि दलहन की खेती के साथ ही जैविक साग-सब्जी की पैदावार लेने और बस्तर की प्रसिद्ध ईमली और अमचूर का प्रसंस्करण का कार्य भी किया जा रहा है। जैविक उत्पाद का ज्यादा से ज्यादा फायदा दिलाने के लिये जैविक खेती करने वाले किसानों का संगठन भूमगादी के जरिये विपणन को भी बढ़ावा दिया जा रहा है। वर्तमान में देश के करीब 35 महानगरों दिल्ली,  मुंबई,  चेन्नईकोलकात्ता,  बेंगलुरूतिरुअनंतपुरमकोझिकोडकोच्चीगांधीनगरजयपुर,  उदयपुरभुवनेश्वरप्रयागराजदेहरादूनचंडीगढ़पुणे के 65 रिटेल शॉप में भोपाल भूमगादी के ब्रांडनेम आदिम उत्पादों का विक्रय किया जा रहा है। इन प्रयासों के फलस्वरूप पिछले वर्ष भूमगादी ने लगभग 92 लाख रुपये का कारोबार कर अपने सदस्य कृषकों को वाजिब दाम का फायदा भी दिलाया। गुण्डाधुर कृषि महाविद्यालय कुम्हरावण्ड में वनाधिकार मान्यता अधिनियम कार्यशाला के दौरान राज्य शासन के मंत्रीगणों तथा अन्य जनप्रतिनिधियों,  स्वंयसेवी संगठनों के प्रतिनिधियोंकिसानों-महिला स्व-सहायता समूहों की महिलाओं के अलावा वरिष्ठ अधिकारियों ने इस जैविक उत्पाद स्टॉल का अवलोकन कर दन्तेवाड़ा जिले के जैविक खेती करने वाले किसानों का उत्साहवर्धन किया।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *