०० राकेश ठाकरण के प्रयास से मुक्केबाजो की उम्मीद जागी
दिल्ली| भारत में मुक्केबाज़ी को लेकर चल रहा विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है विवाद की स्थिति तब निर्मित हुई जब 2016 में बॉक्सिंग फेडरेशन आफ इंडिया (बीऍफ़आई) को भारत सरकार ने मान्यता दे दी। वही 65 साल पुराना संस्था (आईएबीऍफ़) INDIAN AMATEUR BOXING FEDRETION को भारत सरकार ने अनदेखा किया जबकि आईएबीऍफ़ की उपलब्धिया हज़ारों है।
आईएबीऍफ़ ने देश को कई मुक्केबाज दिए, इन्होंने अपने कार्यकाल में ओलंपिक में मेडल देने वाले कई मुक्केबाज़ भारत को दिए विजेंदर सिंह, मेरीकोम जैसे विश्व प्रसिद्ध मुक्केबाज़ भारत को दिए किंतु सरकार ने इनको मान्यता से परे किया। अब वर्तमान के IABF (INDIAN AMATEUR BOXING FEDRETION) के महासचिव श्री राकेश ठाकरण जी को यह बात कुछ समझ नहीं आई तब उन्होंने BOXING FEDRATION OF INDIA (BFI) के काले कारनामे बाहर निकाले।
जानने वाली बातें…………………
1:- BOXING FEDRATION OF INDIA का पंजीयन ग़लत तरीक़े से हुआ ।
2:- BOXING FEDRATION OF INDIA का अध्यक्ष बनने से पूर्व अजय सिंह (BOXING FEDRATION OF INDIA)अध्यक्ष के द्वारा संचालित स्पाइस जेट के खाते से
BOXING FEDRATION OF INDIA के खाते में पचीस लाख रुपया आया तब अजय सिंह अध्यक्ष बने।
3:- खाताबही का सही न होना।
4:- BOXING FEDRATION OF INDIA जिस इंटेरनेशनल संस्था से पंजीकृत हैं (AIBA) उसको IOC ने स्पर्धाओं पर रोक लगाया।
इस प्रकार पुरी काले कारनामों की एक फ़ाइल बनाकर श्री राकेश ठाकरण जी ने सीधा दिल्ली हाईकोर्ट में चुनोति दे दी। तब क्या था फिर BOXING FEDRATION OF INDIA का कोई भी सदस्य कोर्ट में खड़े होने से बच रहा है सिर्फ़ कोर्ट से तारीख़ बढ़वा रहे है। किंतु शुक्रवार 10 मई 2019 को अदालत ने सुनवाई की ओर अगले तारीख तक INDIAN AMATEUR BOXING FEDRETION (IABF) को अपनी स्पर्धा यथावत करवाने को कहा हैं। राकेश ठाकरण के इस प्रयास से पुरे भारत के मुक्केबाज़ी में फिर एक बार ख़ुशी की लहर दौड़ गई। इस अवसर पर श्री हितेश तिवारी (प्रेस पब्लिसिटी चेयरमेन INDIAN AMATEUR BOXING FEDRETION ) श्री उत्पल सेनगुप्ता (प्रदेश मीडिया प्रभारी, छत्तीसगढ़ मुक्केबाज़ी संघ) ने पुरे भारत के मुक्केबाज़ खेल, एवं खिलाड़ियों को शुभकामना दी एवं श्री राकेश ठाकरण जी का धन्यवाद अदा किया।