०० छत्तीसगढ़ प्रदेश मुक्केबाज़ी संघ (IABF) का ऐतिहासिक फ़ैसला
०० हितेश कुमार तिवारी महासचिव छत्तीसगढ़ मुक्केबाज़ी संघ (IABF) ने यहसुनाया हैं फ़ैसला
बिलासपुर| छत्तीसगढ़ के दुर्ग ज़िला में स्थित दुर्ग विश्वविद्यालय में फ़ंड नहीं होने से अपने छत्तीसगढ़ के खिलाड़ियों के भविष्य को ध्यान में रखकर यह फ़ैसला लिया हैं की 21-02-2019 से 28-02-2019 तक उदयपुर राजस्थान के विद्यापीठ विश्वविद्यालय में आयोजित होने वाले अखिल भारत विश्वविद्यालय पुरुष मुक्केबाज़ी स्पर्धा में शामिल होने के लिए खिलाड़ियों का सम्पूर्ण व्यय जो होगा वह स्वयं अपने ख़र्चे से करेंगे उन्होंने चयनित खिलाड़ियों से आवहन किया की वह जल्द ही समय रहते हितेश कुमार तिवारी जी से सम्पर्क करें ताकी हम पुरी कार्यवाही कर उनको भेज सके।
मीडिया प्रभारी उत्पलसेन गुप्ता ने बताया कि इस उद्देश्य पर जब हितेश कुमार तिवारी ने दुर्ग विश्वविद्यालय के कुलपति से बात करना चाही तो ज्ञात हुआ की वहपहले इस्तीफ़ा दे चुके हैं अपने पद से, वहाँ अभी राजेश पांडे रजिस्ट्रार हैं जो विश्वविद्यालय देख रेख कर रहे हैं जब हितेश तिवारी जी ने उनको फ़ोन वार्ता करने की कोशिश की फ़ोन लगाया तो उन्होंने फ़ोन अब तक नहीं उठाया हैं। ऐसे में वह चाहते हैं की खेल को प्राथमिकता नहीं देने पर दुर्ग विश्वविद्यालय के ख़िलाफ़ अपनी नाराजगी जताई पर यह कहा उन्होंने की हो सकता हैं की किसी कारणवश फ़ंड ख़त्म हो गया हो पर उनको बताना चाहिए हम पुरी तरह तैयार हैं उनकी मदद के लिए। इस तरह उन्होंने पुरे छत्तीसगढ़ में विलुप्त होती मुक्केबाज़ी को प्रोत्साहन देने के लिए इस प्रकार की बहुत ज़रूरत है बताया नहीं तो पुरा ख़त्म हो जाएगा मुक्केबाज़ी छत्तीसगढ़ से, उनके इस निर्णय का सभी संघ के लोगों ने सम्मान किया हैं| इस अवसर पर संजय सिंह ,अरुण सावरकर, मंजय बाघ , अंजु बाघ, मंजू सोनी, राहुल तिवारी ,परिवेश जी,पवन , इंद्रदत्त सभी ने इस निर्णय को सराहनीय क़दम बताया।