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०० शराब दूकान के सुपरवाईजर व सेल्समेन द्वारा ग्राहकों को दी जा रही है घुड़की

०० शराब दूकान के कर्मचारी खुलेआम शराब में मिलावट करने का भर रहे है दंभ

०० आबकारी विभाग के संरक्षण में शराब दुकान चल रहा खूब गड़बड़ झाला,दर्जनों चखना सेंटरो से अलग उगाही

बिलासपुर| जयरामनगर देशी-विदेशी शराब दुकान के कर्मचारियों द्वारा खुलेआम देशी हो या विदेशी दोनो ही शराब में 70% से 80% पानी की मिलावट कर बिक्री किया जा रहा हैं,शराब में मिलावट करने का विरोध मदिरा-प्रेमियों द्वारा करने पर दुकान में मौजूद कर्मचारियों द्वारा बेशर्मी पूर्वक बोला जाता हैं, 100, 200रुपये में पानी मिला शराब नही मिलेगा तो क्या घी मिलेगा बोलकर  शराब प्रमियों को उकसाया जा रहा हैं, जिससे मदिरा-प्रमियो में आक्रोश बढ़ते जा रहा हैं| मिलावटी शराब बिक्री के मामले में आबकारी विभाग के जिम्मेदार अधिकारी कार्यवाही करने के बजाए शराब दूकान के कर्मचारियों को संरक्षण दिया गया हैं, इसी अंदाजा लगाया जा सकता हैं कि  शराब में पानी परोसना आबकारी विभाग के द्वारा ही करवाया जा रहा हैं जिनके द्वारा बड़ी घटना का इंतजार कर रहे हैं|

मस्तूरी थाना से मात्र 5 किमी की दूरी पर जयरामनगर बाजार पारा में स्थित देशी-विदेशी शराब दुकान हैं, जहां देशी और विदेशी शराब में खूब मिलावट खोरी की जा रही हैं। कई शराब प्रेमिका का कहना हैं, शराब बेचने वाले सेल्समैन और शराब दुकान में मौजूद सारे लोगो के मिलीभगत से ही शराब में मिलावट को अंजाम दिया जा रहा हैं| सूत्रों का कहना ये भी हैं कि शराब में पानी मिलाकर उसके ढक्कन के सेफ को ज्यो का त्यों सेट कर 1 रुपये के सिक्के में उसके को दबाकर बैठा दिया जाता हैं, और अगर निकाला गया ढक्क्न का सेफ नही लग पाया टूटा पाया गया तो,बिलासपुर के कई शराब में मिलावटी करने वाले टीम से ढक्क्न चूड़ी सहित खरीदी कर ला कर रखते हैं,और खास कर डेली मेहनत कर अपना थकान मिटाने वाले गरीब,मध्यम वर्ग शराबी को निशाना बनाकर एक चौथाई भाग पानी परोसते हैं,और कोई मदिरा प्रेमी विरोध कर्ता हैं उसे झूठे मामले में फ़साने का डर दिया जाता हैं। लोगो का कहना हैं कि जयरामनगर शराब दुकान में जितने भी लोग हैं,सब मिलकर मिलावटी का खेल को अंजाम देते हैं,वर्ना खुद ही इनके द्वारा आबकारी के उपायुक्त तक शिकायत पहुच जाता।बताया जाता हैं,स्थानीय सेल्समैन और एरिया मैनेजर ही मिलकर शराब में पानी की मिलावट खोरी हैं,उसे अंजाम देते हैं, वही कुछ लोग उक्त मामले की शिकायत की बात करते हैं तो बकायदा उन्हें बोला जाता हैं, जिसको शिकायत करना है कर दो हमारा कोई कुछ नही उखाड़ सकता हम सबको सेट करके चलते हैं।

छोटे बड़े मिलाकर दर्जन भर चखना सेंटर की भरमार :- कुछ दिन पहले चखना सेंटरों को लेकर खूब कार्यवाही की बात होती रही लेकिन जब से मस्तूरी जयरामनगर क्षेत्र के आबकारी मैनेजर से सेटिंग हुआ तब से दर्जन भर से ज्यादा चखना सेंटर संचालित हो रहे हैं, कुछ चखना सेंटर संचालक तो अपने पास शराब भी रखते है, और ग्राहकों को खूब फेसेलिटी देकर रुपये की उगाही करते हैं,सांथ ही आबकारी निरीक्षको की चांदी ही चांदी हैं, प्रति दुकान हर माह 30 से 40 हजार की अवैध उगाही जो हो रही हैं।इस कोरोना कॉल में हर व्यवसाय बंद हुआ है पर शराब विभाग के कर्मचारियों, अधिकारियों की तो सोने पे सुहागा ही रहा हैं|