Spread the love

रामानुजगंज| राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण एवं माननीय राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के निर्देशानुसार आज जिला एवं सत्र न्यायालय रामानुजगंज परिसर में राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया। इस अवसर पर माननीय अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण श्री सिराजुद्दीन कुरैशी जी के द्वारा व्यक्त किया गया कि राष्ट्रीय लोक अदालत का उद्देश्य सिर्फ मामलों को कम करना नहीं, बल्कि सामाजिक सौहार्द कार्यक्रम करना भी इसका उद्देश्य है। अगर न्यायालय मामलों का निरकरण करती है तो एक पक्षकार जीत प्राप्त कर खुश होते हैं, वहीं दूसरी तरफ दूसरे पक्षकार को हार का सामना करना पड़ता है, जिससे उनके मन में खटास रह जाती है ऐसा खटास भी न रहे व दोनों पक्षों को लाभ मिले ऐसा सिर्फ लोक अदालत में समय हो पाता है। अगर इसमें मामले का निराकरण हो जाता है, तो सभी पक्ष संतुष्ट होकर घर जाते हैं। इसीलिए पक्षकारों व आमजनों को सलाह दी जाती है कि अधिक से अधिक संख्या में मामलों का राष्ट्रीय लोक अदालत में निराकरण करायें।

इसी कम में आज दिनांक 13.08.2022 को राष्ट्रीय लोक अदालत के उपलक्ष्य में जिला एवं सत्र न्यायालय रामानुजगंज में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र रामानुजगंज एवं समाज कल्याण विभाग बलरामपुर के सहयोग से निःशुल्क स्वास्थ्य परीक्षण एवं दवा वितरण शिविर के साथ हितग्राहियों को आवश्यक सामग्री वितरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। उक्त शिविर के प्रारंभ में माननीय अध्यक्ष महोदय के द्वारा उपस्थित समस्त पक्षकारों, वृद्धजनो एवं विकलांगों से चर्चा कर उनके स्वास्थ्य एवं शासन से प्राप्त होने वाली योजनाओं एवं उनकी समस्याओं के बारे में रूबरू हुये अध्यक्ष महोदय के निर्देश एवं समाज कल्याण विभाग के सहयोग से 03 हितग्राहियों को ट्रायसायकिल, जिसमें एक इलेक्ट्रानिक एवं दो व्हीलचेयर ट्रायसायकिल का वितरण किया गया। साथ ही अध्यक्ष महोदय जी ने कहा कि उपरोक्त सभी सामाग्री दिव्यांगों की गतिशीलता, संचार और उनकी दैनिक गतिविधियों में सहायता प्रदान करके उनके जीवन की गुणवत्ता में सुधार लाने वाले उपकरण है। इन सहायक उपकरणों के उपयोग से निःशक्त व्यक्ति किसी पर आश्रित नही रहता और समाज में उसकी भागीदारी बढती है। उपरोक्त कार्यक्रम में स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से 15 हितग्राहियों को निःशुल्क मच्छरदानी, वन विभाग के सहयोग से 50 हितग्राहियों को छाता वितरण किया गया। उक्त स्वास्थ्य शिविर में बड़ी संख्या में पक्षकार व आमजनो के द्वारा भाग लेकर अपने स्वास्थ्य का निःशुल्क परीक्षण करा निःशुल्क दवा प्राप्त कर लाभ प्राप्त किया गया। साथ ही लगभग 10 हितग्राहियों को कोविड-19 का वैक्सीनेशन किया गया। वहीं दिव्यांगों को मिली सहायता को लेकर उनके चेहरे खिल उठे। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र रामानुजगंज से आई चिकित्सकों की टीम द्वारा रोगियों की त्वरित जांच कर उन्हें निःशुल्क दवाईयां दी गई। उक्त निःशुल्क स्वास्थ्य परीक्षण एवं दवा वितरण शिविर से लगभग 500 लाभार्थी लाभान्वित हुए।

आज दिनांक 13.08.2022 को आयोजित राष्ट्रीय लोक अदालत में राजीनामा योग्य न्यायालय में लंबित प्रकरणों जैसे पारिवारिक मामले, मोटर दुर्घटना, आपराधिक मामले, राजस्व न्यायलयों में आय, जाति, निवास, सीमांकन एवं नामांतरण के मामले, बंटवारों से संबंधित मामले, इत्यादि के साथ बैंक लोन, बिजली, पानी एवं दूरभाष से संबंधित प्री-लिटिगेशन प्रकरणों में राजीनामा के आधार पर अधिक से अधिक प्रकरण निराकरण किये गये। उक्त लोक अदालत में जिला न्यायालय के खण्डपीठ कमांक 01 में उपस्थित लगभग 65 वर्षीय वृद्ध अनखा देवी, निवासिनी वार्ड क. 3 रामानुजगंज से उक्त खण्डपीठ के पीठासीन अधिकारी माननीय जिला न्यायाधीश श्री सिराजुद्दीन कुरैशी ने उसकी समस्याओं के बारे में पूछा, जिस पर वृद्ध महिला ने व्यक्त किया कि वह अकेली निवास करती है, व निरंतर विद्युत बिल का भुगतान भी कर रही है, किंतु विद्युत विभाग द्वारा अधिक राशि की विद्युत बिल भेजा है, इस संबंध में उसने विद्युत विभाग को आवेदन भी प्रस्तुत की थी। माननीय जिला न्यायाधीश ने विद्युत विभाग के कार्यपालन अभियंता श्री नामदेव को त्वरित कार्यवाही के निर्देश दिये, जिस पर कार्यपालन अभियंता ने वृद्ध महिला की विद्युत बिल की राशि माफ किया गया। साथ ही माननीय जिला न्यायाधीश श्री सिराजुद्दीन कुरैशी ने 02 वर्ष से पृथक-पृथक निवास करने वाले पति-पत्नी को उनके मध्य पारिवारिक विवाद को सुना व पुनः साथ जीवन व्यतीत करने को कहा, जिस पर पति पत्नी ने एक साथ रहते हुए पुनः नये जीवन की शुरूआत करने का फैसला लिया। इसी प्रकार से एक अन्य वैवाहिक जोड़ा, जो कि बीते 01 वर्ष से पृथक रह रहे थे, उनके विवाद को सुना और पुनः साथ जीवन व्यतीत करने को कहा, जिस पर पति पत्नी ने एक साथ रहते हुए पुनः नये जीवन की शुरुआत करने का फैसला लिया। इस प्रकार इस लोक अदालत में कई बेबस व असहाय पक्षकारों के प्रकरणों का निराकरण किया गया, जिससे वे खुशी-खुशी अपने घर रवाना हुए।