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बिलासपुर| कोरोना काल में जहा आमजनता अपनी नौकरी-व्यापार में क्षति के साथ ही दो वक्त की रोटी को लेकर जूझते सहित कई मुसीबतों को झेला वही कोरोना काल में मिडियाकर्मी अपनी जान को जोखिम में डालकर सूचनाए सहित महतवपूर्ण शासकीय आदेश जनता तक पहुचाकर अपना कर्तव्य निभाया लेकिन मिडिया माफिया केवल अपना मतलब साधने में जुटे रहे व सरकार से करोडो अरबो का विज्ञापन लेकर अपने कर्मचारियों को ही भुगतान करने में आना कानी की तो कई मिडिया संस्थानों से पत्रकारों की छुट्टी ही कर दी इस मामले को लेकर पत्रकारों ने अपनी व्यथा सोशल मिडिया में अपना गुस्सा जाहिर किया|    

वरिष्ठ पत्रकार आलोक पुतुल जी के फेसबुक पोस्ट से जनसम्पर्क संचालनालय द्वारा प्रचार प्रसार के लिए 13 महीने में व्यय की गई राशि की जानकारी मिली जो करीब पौने दो अरब है, इसमें 65 करोड़ से अधिक राशि प्रिंट मीडिया व 70 करोड़ से अधिक राशि इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के खाते में गई है ये जानकारी विधायक धरमलाल कौशिक को मुख्यमंत्री द्वारा उपलब्ध कराई गई है जो जनसम्पर्क विभाग स्वयं संभाल रहे है।  अरबों में खर्च कर सरकार जानकारी जनता तक पहुचा रही है और ये बहुत जरूरी है इसमें कोई दो मत नही पर बराबर हिसाब लगाने में दिक्कत इसलिए हो रही है कि हजारों अखबार, पत्रिका व सैकड़ो चैनल में ये रकम बराबर में सभी को मिली होगी या कुछ को अरब तो कुछ को करोड़ो तो कुछ को लाखों और हजारों में देकर इतने बड़े रकम को खर्च किया गया होगा।