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०० डीजीपी के कंप्लेन सेल के आदेश के बावजूद तखतपुर थाना प्रभारी ने पीड़िता की शिकायत को किया नजरअंदाज

०० तखतपुर पुलिस ने पीडिता से कहा, एक ही शर्त पर लिखूंगा एफआईआर! क्या विपक्ष का सरकार पर आरोप हो रहा है सच साबित

बिलासपुर| पिछले साल कोविड-19 के चलते घरेलू हिंसा और महिला उत्पीड़न के मामले लगातार बढ़ते चले गए  जिसका आज तक भी कोई निराकरण पुलिस विभाग नहीं निकाल पाई पीड़ित पक्ष ने अपनी शिकायत अपने थाना क्षेत्र में देकर  लगातार थाने का चक्कर लगा रहे है. ना जाने ऐसे कितने मामले होंगे जो सीधी जानकारी से बाहर है किंतु जो मामला सामने आ रहे  है  उन पर संबंधित थाना कार्यवाही करना छोड़ आनाकानी करने में लगी हुई है|

ऐसा ही एक मामला तखतपुर थाना से संबंधित है पीड़िता ने अपनी शिकायत पर कार्यवाही नहीं होते देख लगातार थाने का चक्कर लगाना उसे नागवार गुजरा अंततः  उन्होंने डायरेक्टर जनरल ऑफ पुलिस के कंप्लेंट सेल में अपनी शिकायत दर्ज की. डीजीपी कार्यालय के कंप्लेंट सेल से सीधा फार्मान कार्यवाही के लिए निकला पीड़िता से बोला गया कि आप अपने संबंधित थाने में जाकर एफआईआर दर्ज करवाएं किंतु पीड़िता के थाना पहुंचते ही थानेदार ही गायब हो जाते  है वह पीड़िता की शिकायत पत्र को लेकर कई घंटों तक गायब रहते हैं यहां थाने में बैठी पीड़िता अपनी बारी का इंतजार करते रहती हैं जैसे ही थाना प्रभारी  मोहन भारद्वाज अपने कक्ष में आते हैं तब पीड़िता अपनी शिकायत पर कार्रवाई की मांग करती हैं तब थाना प्रभारी कहते हैं कि मैं एक ही शर्त पर एफ आई आर करूंगा जब तुम प्रेम प्रकाश शर्मा जो कि   क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी है का नाम नहीं लिखवावोगी और कई घंटो तक दबाव बनाया. यह सब देख सुनकर पीड़िता दंग रह जाती है की क्या कानून से बढ़कर उनके ससुराल वाले है..?इस शर्त  को पीड़िता द्वारा नहीं माना गया जिस कारण से थाना प्रभारी ने उसको थाने में 8 घंटे तक बैठा कर रखा और अंत में डीजीपी के आदेश को दरकिनार करते हुए थाना प्रभारी अपनी मनमानी करते हुए अपने मर्जी अनुसार प्राथमिकी में नाम दर्ज किया जो कि बिलकुल न्यायोचित नहीं है इसी थाने में एक हवलदार  बिना वर्दी पहने शराब के नशे में धुत प्रार्थी और पीड़ितों  पर दबाव बना रहे थे तखतपुर थाना  में आम नागरिकों की सुनवाई होती भी है कि नहीं इस पर संशय उठ रहा है कांग्रेस शासन में महिलाओं पर अत्याचार को लेकर विपक्ष पहले ही सरकार को घेरी हुई है और इस मुद्दे को भाजपा महिला नेत्रियो  द्वारा नेहरू चौक पर धरना देकर सरकार पर बड़े-बड़े सवाल खड़े कर रहे और आरोप भी लगा रही है और जब ऐसे मामले सामने आते हैं तो यह आरोप सच प्रतीत होने लगता है|